काली बिल्ली की जेर | kali Billi Ki jer

जय महाकाल - 


 दुर्लभ काली बिल्ली की जेर | Kali Billi Ki Jer



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काली बिल्ली की जेर - 

 मित्रो आपको विश्वास नहीं होगा लेकिन ये सच है कि मनहूस मानी गई बिल्ली भी आपको आसानी से मालामाल बना सकती है।
ज्योतिष शास्त्र में बिल्ली का काफी महत्व माना गया है। इससे जुड़े हुए कई शकुन और अपशकुन बताए गए हैं। वैसे तो बिल्ली आसानी से हमारे घरों के आसपास देखी जा सकती है लेकिन ये आपके घर में रहने लग जाए तो अपशकुन माना जाता है। देसी बिल्लीयों को इतना मनहूस नहीं माना जाता जितना काली बिल्ली को माना जाता है। ये ही काली बिल्ली अगर आपके घर में बच्चों को जन्म दें तो आप आसानी से मालामाल हो जाएंगे। मगर ऐसा होना बहोत ही दुर्लभ हैं।
ऐसा माना जाता है कि यदि किसी के घर में बिल्ली अपने बच्चों को जन्म देती है तो उस घर वालों के लिए बहुत शुभ है। उस में बहुत ही जल्द धन, सुख और समृद्धि बढऩे लगती है। परिवार के सदस्यों के सभी रुके हुए कार्य आसानी से पूर्ण हो जाते हैं और धन लाभ बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त परिवार में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं रहती है। मगर ऐसा होता नहीं क्यों  की काली बिल्ली बहोत शातिर स्वाभाव की होती हैं.. मगर वो की बच्चों को जन्म देते ही वो जेर खुद खा लेती हैं। ..  खास तरह की बिल्ली यानी पूरी तरह काली बिल्ली अगर आपके घर में बच्चों को जन्म दें तब उसकीजेर  को संभाल लें और अपने पास रख लें।  । तंत्र शास्त्र के अनुसार ऐसा माना जाता है कि पूरी काली बिल्ली की जेर जिसके पास होती है उसके घर में पैसा ही पैसा होता है। यानि अकस्मात्  धन का आगमन शुरू हो जाता हैं। .
जिसके पास बिल्ली कि जेर होती है उसे भी कभी धनाभाव नहीं देखना पड़ता और  - मगर  इस प्रकार के कार्यों या सिद्धियों से प्राप्त धन संगर्ह का  सही उपयोग करे  किसी  गलत कार्यो  में उपयोग में न  लाए  - जितना भी सम्भव हो सके उतना जन कल्याण और अन्य शुभ कार्यों में उपयोग में लए। . आपक स्वयं महसूस करेंगे चमत्कार  कुछ दिनों के पश्चात के  किस प्रकार आपके साथ परिवर्तन हो रहा हैं।


बिल्ली कि   जेर प्राप्त करना बहुत ही मुश्किल कार्य है और उसमे वो काली बिल्ली जंगली बिल्ली होना जरुरी हैं इसका विशेष प्रभाव होता हैं कुछ ही  भाग्यशाली व्यक्तियों को ही यह प्राप्त हो पाती हैं । .
मगर यहाँ आपका मार्ग सरल कर देते हैं आपको। .इस जेर को प्राप्त करने क लिए अब ज्यादा संघर्ष करने की आवशक्ता नहीं। .. 

किसी भी व्यक्ति को अगर इस काली  बिल्ली की जेर की तलाश हैं।  वो हमसे अवश्य संपर्क करे 



 
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दिव्य तान्त्रिक वनस्पति एवं जड़ीबूटियों के रहस्य

जय महाकाल -


दिव्य तान्त्रिक  वनस्पति एवं जड़ीबूटियों  के रहस्य -


 साधक मित्रों ईश्वर ने श्रिष्टि की रचना की उसके साथ साथ मानव जाती के  भलाई और इलाज के लिए वनस्पति की निर्मिति की। ...... और मानव जाती का जीवन सरल और सुलभ बना  दिया। ...यह  निसर्ग की असीम कृपा हैं मनुष्य जाती पर ,,,!  मित्रों हमारे शरीर में प्राण होता हैं ठीक उसकी प्रकार , वनस्पतियों में भी प्राण होते हैं  .. बस फर्क इतना होता हैं की वोह बोल नहीं सकती। . मगर अपना प्रभाव अवश्य दिखा  हैं 
 ...वनस्पतियाँ धरती पर जीवन के मूलभूत अंश हैं..। वनस्पतियाँ आक्सीजन छोड़ती हैं...जिसे प्राण वायु भी कहते हैं  । मानव एवं अन्यजिव जन्तुओं को  भोजन उनसे ही मिलता है। वनस्पतियोंके   रेशे  फाइबर  ईंधन।।, औषधियाँ प्राप्त होतीं है...। प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा पौधे कार्बन डाई आक्साइड सोखते हैं...और प्राण ऊर्जा विकसित करती हैं। ..  .. पेड़ों से ही इमारती लकड़ियाँ एवं अन्य संरचनाओं के निर्माण के लिए लकडिया  मिलती है..।
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अतः वनस्पतियों के बारे में अच्छी तरह जानकारी होना बहुत जरूरी है क्योंकि।। जीवन में आयुवेर्दिक औषधियां वनस्पतियो द्वारा ही मिलती हैं। .. 
जीवन की मूलभूत समझ विकसित करने के लिए भी वनस्पतियों का अध्ययन आवश्यक है..., जिससे हम अपना और अन्य जीवो का कल्याण कर सके
पर्यावरण को समझने के लिए वनस्पतियो का  ज्ञान होना आवश्यक हैं। . 








 विशेष कर किसी साधक भाई को कोई विशेष जड़ी बूटी की तलाश हो तो हमसे अवश्य संपर्क करे 




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बिर कंगन ( वीर कंकन )


जय महाकाल - 


बिर कंगन-वीर कंकन || veer kangan 52 veer sidhhi 

 

य महाकाल। ....साधक मित्रों को आज आप सबको एक दुर्लभ तंत्र साधना बारे में  बताना चाहूंगा जो की बीर कंगन नामक यंत्र की है ...... दोस्तों   बिर कंगन तंत्र क्षेत्र का एक ऐसा  दुर्लभ  और  दिव्य बलशाली यन्त्र हैं जो कंगन रूपी आकार में ,होता हैं।  जो की नाथ प्रणाली में सदियों से प्रचलित हैं , जिसका उपयोग ५२, वीरों को सिद्ध कर के उनसे भिन्न भिन्न कार्यों के लिए उपयोग में लाया जाता हैं। हालाँकि ये आजकल बहोत ही  दुर्लभ हैं यह कंगन । .इस कंगन को  बनाने वाले  और सिद्ध करनेवाले भी गिने चुने हीरह गए... हैं वो भी जिनके पास खानदानी परंपरागत  यह विद्या उपलब्ध हैं । ( हमारे परम गुरु औघडनाथ गुरूजी  )उनमे से एक हैं } .इस कंगन की सिद्धि आम तौर पर शमशान  में की जाती हैं.... जो की हर एक के लिए इसकी साधना असम्भव हैं... (  मगर  कुछ लोग इंटर  नेट पर  लोगो को गुमराह कर के झूठा आश्वासन देते हैं की। ..  हम कंगन सिद्ध कर के दे रहे हैं... ५२ वीर आपके सामने आकर खड़े हो जायँगे ऐसा होगा वैसा होगा ) और मनघडंत विधि सामग्री बता कर  ये लोगो को बरगला कर  नकली कंगन बेचते हैं जो की किसी काम का नहीं होता महज धातु के बर्तन के सिवा । लोगो को आकर्षित करने के लिए उसमे क्या क्या डाला जाता  है कितना ग्राम डाला जाता हैं , मित्रो यह एक दुर्लभ दिव्य वस्तु हैं इसका विधि विधान गुप्त होता हैं ऐसे इसे जानकार व्यक्ति सार्वजानिक नहीं करते जो नाथ पंथी जानते हैं | अब आप ही सोचिये ये ऐसे नकलची लोगों ने  ऐसे विधि का मूल्यांकन बता कर अपना नकली माल बेचने प्रयास चल रहा हैं क्रिपया  ऐसे नेट मार्केटिंग वालो से बच के रहिए साधको को आवाहन हैं   ).इस प्रकार कीबाते बता कर अपना सिर्फ  व्यापार कर  रहे हैं। .क्रिपया  साधक मित्र  सावधान रहे  ( साधक मित्रो जरा सोचिये ) अगर एक मामूली पिशाच का साया इंसान पर पड जाये तो मामूली साया या भूत  कह लीजिये 
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बीर कंगन 

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बीर कंगन 



  हवा , भी इंसान को पकड़ ले तो उस इंसान की  की टट्टी पिशाब गुल कर देता हैं। .यहाँ पर तो वीरों को अपने बस में कर के उनसे काम लेने की बात हैं। ..क्या इतना आसान हैं ये...?। मित्रो ये नकली कंगन बेचने वाले यहाँ तक दावा करते हैं की ५२ बीर  सामने आकर  खड़े हो जायेंगे ) मैं उन बेवकूफों  से पूछना चाहता हूँ की तुम्हारे फ़रिश्तोने भी  कभी एक बीर सिद्ध कर के    सामने खड़ा किया हैं क्या। ... जो झूठा दावा करते हैं ,  मित्रो आप् खुद ही सोचो आप अपने इष्ट को सिद्ध करते हो तब कितना कठोर प्रयास करने बाद भी  सामने नहीं आते और  न उनके असर पता चलता हैं , पता  चलने में भी काफी समय लग जाता हैं| यहाँ तो वीरों को आज्ञा दे कर काम लेने की बात हैं क्या उतनी ऊर्जा हैं तुममे नंगी आँखों से देख पाओगे खुद सोचे | आसान ना समझे जान भी जा सकती हैं |   क्यों की वीरों को प्रत्यक्ष कर सके ये काम उच्च कोटी  के साधको के लिए मुमकिन हैं  उतनी ऊर्जा क्षमता आम साधक नहीं रख सकता ना उनकी ऊर्जा आसानी से झेल सकता हैं   .क्या आप उतनी क्षमता रखते हैं के इन वीरो को आप अपने बस में रख सको। . और विरोंसे  आसानी से कामले पाओगे । .. अगर हाँ तो ये कंगन आप अवश्य  प्राप्त कर  सकते हैं  यहाँ पर  ज्यादा इस कंगन के  बारे में लिखना उचित नहीं लगता क्यों  की बिर कंगन अपने आप में  एक दिव्य और दुर्लभ  वस्तु हैं। .इसे कुछ विशेष धातुओं से बनाना पडता हैं विशेष तांत्रिक क्रिया  सिद्धि के माध्यम से मंत्र संस्कार कर के तैयार किया जाता हैं  .और इस कंगन को  पूर्णताह विवस्र अवस्था में रहकर ही  बनाया जाता हैं। ..    विशेष सिद्धियोग पर्वकाल ,अथवाग्रहण काल  में सिद्ध किया जाता हैं..... बहोत नियम में रह कर इसे सिद्ध कर के उपयोग में लाना पड़ता हैं। .अन्यथा स्वयं को हानि हो सकती हैं। . इस कंगन के ऊपर बावन बीरों को छोटी छोटी मूर्ति रूपी अकार में स्थापित किया जाता हैं...  जो की अभिमंत्रित   करके  स्थापित किया जाता हैं  । यह सारी प्रक्रिया अनुभवी गुरु के आधीन होता हैं और होना भी  चाहिए।  अन्यथा अपना लाइफ इंशोरेंस  अवश्य करवा  कर रख लीजिये | कंगन के सिद्ध होने के पश्चात  इस कंगन से आप हर एक  प्रकार के विभिन्न   कार्यों को कर   सकते  हैं।  साधक मित्रों से निवेदन हैं की कृपया इस कंगन का गलत उपयोग ना करे लोककल्याण के लिए इसे उपयोग में लाये अन्यथा स्वयं के हानि के जिम्मेदार आप स्वयं ही होंगे। ... .।


अगर किसी साधक मित्रों को इस बीर कंगन को प्राप्त करना हो , या इसके बारे में कोई अन्य  जानकारी की आवशक्ता हो तो निम्न दिए हुए  तरीके से  संपर्क  कर सकते हैं। ..


( चेतावनी }  

Beer Kangan
बीर कंगन 

( एक विशेष चेतावनी हैं जो के  ब्लॉग के चोरो के लिए हैं।  .इस ब्लॉग का हर लेख आर्टिकल एवं वस्तु की तस्वीरें स्वयं निर्मित हैं इसे कॉपी पेस्ट करने या चोरी करने का प्रयास ना करे अन्यथा अपने स्वयं के हानि के जिम्मेदार आप ही होंगे )   जय। ..महाकाल औघड़नाथ


( विशेष नोट ) -  क्रिपया ज्ञान चोदू टाइप के लोग कॉल न  करे  जरुरत मंद साधक ही संपर्क करे 


संपर्क  -    +91 9207 283 275