- जय महाकाल -
कलुआ वीर मसान जगाने की साधना -
जय महाकाल दोस्तों | कलुवा वीर एक मसानी साधना हैं , जो की श्मसान में जा कर ही की जाती हैं ,,इस साधना के लिए गुरु का सानिध्य अथवा गुरु दीक्षा अनिवार्य हैं। .अर्थात गुरु का हाथ सर पे होना आवश्यक हैं। . अन्यथा स्वयं के हानि का सामना करना पड सकता हैं। ... कलुवा बीर ये भी एक वीरों में से मसानी वीर हैं। .जिसे साधने के बाद हर काम आपका पल भर में सफल हो जाता हैं। .. जैसे मारण , मोहन , स्तम्भन , उच्चाटन , वशीकरण। .इत्यादि प्रकार के काम चुटकी बजाते ही कर सकते हो इसमें कोई संदेह नहीं। .. बस इसके लिए आपको कठिन परिश्रम और धैर्य और मजबूत फेफड़े की जरुरत हैं। . साधना अधूरी छोड़ देने पर झटका बैठने का संभव अधिक बना रहता हैं इसमें तो कृपया अपने सूझ बुझ से काम ले। .. इस साधना को कोई बिना सोचे समझे करेगा। . उसके हानि अथवा नुक्सान के जिमीदार प्रकाशक नहीं होंगे। .कृपया ध्यान रहे
कलुवा वीर मंत्र -
. .... ......... ..... बाबा। ........ ...... की मरघटवासी की दुहाई
....... वाली की दुहाई। . .. मुर्दे खानेवाली की दुहाई। . पांचो पीरों की दुहाई
सैय्यद बादशाह की दुहाई। .. बावरी की मीर साहिबा की दुहाई
कालका माई की दुहाई। .... .. कोतवाल की दुहाई।।। बाबा बालक नाथ की दुहाई
गुरु गोरखनाथ की दुहाई। ...
....... ....... ..... बाबा की दुहाई मरघट वाली की दुहाई। ... भैरों काली की दुहाई
पहलवान की। ......
जगाने की विधि -
सर्व प्रथम आपको अमावस के दिन का चयन करना हैं समय रात ११ से १२ के बिच आपको एकांत स्थान , नदी , तालाब , सरोवर या शमसान। .. में जा कर एक स्थान पर काले भेड के उन के आसन बिछा कर बैठ जाना हैं जाना हैं। . एक सरसो के तेल का दिया जलना हैं। एक देसी पान का पत्ता रखना हैं। .. उस पर २ लौंग। . और ५ बूंदी के लड्डू कलवे बीर के नाम से रखना हैं। ... और २०१६ बार मंत्र जपना हैं। .. उससे मंत्र चैतन्य हो जायेगा। .. इस वीर से काम लेने का तरीका इस प्रकार हैं। ... कार्य होने बाद कलुवा बीर को पूजा अवश्य चढ़ाये
( कुछ कारण वश इस मंत्र के कुछ अंश सुरक्षित रखे गए हैं )
संपर्क - 09207 283 275
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