जय महाकाल |अलख आदेश
-दत्तात्रेय भगवान का गुरु मंत्र स्तोत्र - Guru Mantra
|| जय अलख आदेश जय अलख निरंजन ||
अगर किसी साधक को जीवन में मार्ग नहीं मिल रहा साधना में सफलता नहीं मिल रही गुरु नहीं मिल रहे बहोत कष्ट झेलने पड रहे हैँ मानसिकता बिगड़ रही हैं ग्रह पीड़ा तकलीफ दे रही हैं जीवन उद्देश्य समझ नहीं आरहा निराशा बढ़ जाती हैं क्या करे क्या ना करे ऐसे में उस साधक को उक्त दिए गए दत्तात्रेय गुरु मन्त्र स्तोत्र का पाठ अवश्य करना चाहिए | जंगल में या घर के एकांत स्थान में प्रातः काल में सूर्योदय के समय गोबर के कंडे के ऊपर थोड़ा सा कपूर जला कर जला ले और उस पर थोड़ी थोड़ी मात्रा में गूगल की धुनि करते करते इस गुरु मन्त्र के नित्य ११ , या २१ पाठ, ११ दिन तक शुद्ध भाव से करें तो अवश्य ही कष्टों से मुक्ति मिल कर निसंशय मार्ग मिल जाता हैं |
इसमें साधक भाव और चित्त शुद्ध होना अनिवार्य हैं भगवान दत्तात्रेय की कृपा प्राप्त होती हैं