जय महाकाल -
ग्रह दोष नाशक तांत्रिक प्रयोग -
मित्रों को। पता होगा की आज के भाग दौड़ के जीवन में। .मनुष्य उलझ कर रह गया हैं , समस्या के घेरे में किसी को नौकरी की चिंता ,किसी को काम धंदे की चिंता, किसी को शादी विवाह की चिंता ,किसी को घर में बढ़ते हुए कलेश की चिंता , मित्रो अपने जीवन में विशेष ग्रहों का विशेष प्रभाव होता हैं , अगर ग्रह गोचर सही नहीं हो, या कहिये ग्रहों की चाल सही नहीं हो , तो मनुष्य को कई कठिनाइयों से गुजरना पड़ता हैं , यहाँ तक की कभी सोचा नहीं ऐसी दुर्घटनाएं हो जाती हैं , कोर्ट कचहरी तक मामला पहुँच जाता हैं , ये सब हमारी जानकारी के बहार कोई ऐसी एनर्जी जो ग्रहों से सम्बंधित हैं , जो हमारे जन्म के वक्त दूषित ग्रहों का कू प्रभाव के वजह से झेलना पड़ता हैं ,लेकिन घबराने की कोई आवशकता नहीं प्रकृतिने श्रिष्टि की रचना की हैं , तो उसमे कई सारे उपाय भी दिए हैं, शनि ,मंगल , राहु ,केतु ,बृहस्पति ,सूर्य जो भी दूषित ग्रह हो वो अनुकूल हो जाता हे , जो सही समय पर उपाय करने से उनका निवारण किया जा सकता हैं , बशर्ते उस को उचित पद्धति से करने के बाद , वह समस्या हल होजाती हैं। . ठीक उसी तरह नवग्रहों की बात भी है , तंत्र प्रणाली में इन नवग्रहों के दूषित प्रभाव को हटाने का सटीक एवं गुप्त प्रयोग हैं | जो गुरु मुख से प्राप्त हैं वह प्रयोग सार्वजनिक तौर पर यहाँ नहीं दे सकते अगर कोई साधक या व्यक्ति ऐसे परिस्थिति से गुजर रहे हो वे हमसे अवश्य परामर्श ले सकते हैं उपाय हम आपको अवश्य बता सकते हैं। आप इसे सच्चे दिल से , उपयोग में लाये और अपना जीवन मंगल मै करे। . एक बार अवश्य अनुभव कर के देखे। .... !
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