६४ योगिनी मंत्र- 64 YOGINI MANTRA


जय महाकाल


६४ योगिनी मंत्र - 64 YOGINI MANTRA


ओडिशा राज्य के हीरापुर गाओं के सिमा में यह चौसठ योगिनी का विग्रह बना हुआ हैं पुराणों में चर्चा मिलती है जिनकी अलग अलग कहानियां बताई गयी हैं । इनको माँ आदिशक्ति काली का अवतार बताया गया है
ऐसा उल्लेख हैं पुराण में के है घोर नामक दैत्य के साथ युद्ध करते हुए माता ने ये सारे अवतार लिए थे। यह भी कहा जाता है कि ये सभी माता पर्वती की गणनीया सखियां हैं।पुराण के अनुसार ये ६४ योगिनी कृष्ण की नासिका के छिद्र से ये प्रगट होने के कारन इनकी संख्या ६४ हुई इसमें भी राज की बात हैं । अर्धनारी नटेश्वर संपूर्ण पुरुष 32 कलाओ से युक्त होता है वही उसमे इस्री संपूर्ण स्त्री भी 32 कलाओ से युक्त होती है दोनों के मिलन से बनती हैं संख्या  = 64, तो ये माना जा सकता है 64 योगिनी शिव और शिवा अर्थात  शिवशक्ति  शक्ति जो सम्पूर्ण कलाओ से युक्त हैं उनके मिलन से प्रगट हुई हैं ।




64 yogini




चौंसठ योगिनी मंत्र= 


१. ॐ काली नित्य सिद्धमाता स्वाहा

२. ॐ कपालिनी नागलक्ष्मी स्वाहा

३. ॐ कुल्ला देवी स्वर्णदेहा स्वाहा

४. ॐ कुरुकुल्ला रसनाथा स्वाहा

५. ॐ विरोधिनी विलासिनी स्वाहा

६. ॐ विप्रचित्ता रक्तप्रिया स्वाहा

७. ॐ उग्र रक्ता भोग रूपा स्वाहा

८. ॐ उग्रप्रभा शुक्रनाथा स्वाहा

९. ॐ दीपा मुक्तिः रक्ता देहा स्वाहा

१०. ॐ नीला भुक्ति रक्त स्पर्शा स्वाहा

११. ॐ घना महा जगदम्बा स्वाहा

१२. ॐ बलाका काम सेविता स्वाहा

१३. ॐ मातृ देवी आत्मविद्या स्वाहा

१४. ॐ मुद्रा पूर्णा रजतकृपा स्वाहा

१५. ॐ मिता तंत्र कौला दीक्षा स्वाहा

१६. ॐ महाकाली सिद्धेश्वरी स्वाहा

१७. ॐ कामेश्वरी सर्वशक्ति स्वाहा

१८. ॐ भगमालिनी तारिणी स्वाहा

१९. ॐ नित्यक्लिन्ना तंत्रार्पिता स्वाहा

२०. ॐ भेरुण्ड तत्त्व उत्तमा स्वाहा

२१. ॐ वह्निवासिनी शासिनि स्वाहा

२२. ॐ महावज्रेश्वरी रक्त देवी स्वाहा

२३. ॐ शिवदूती आदि शक्ति स्वाहा

२४. ॐ त्वरिता ऊर्ध्वरेतादा स्वाहा

२५. ॐ कुलसुंदरी कामिनी स्वाहा

२६. ॐ नीलपताका सिद्धिदा स्वाहा

२७. ॐ नित्य जनन स्वरूपिणी स्वाहा

२८. ॐ विजया देवी वसुदा स्वाहा

२९. ॐ सर्वमङ्गला तन्त्रदा स्वाहा

३०. ॐ ज्वालामालिनी नागिनी स्वाहा

३१. ॐ चित्रा देवी रक्तपुजा स्वाहा

३२. ॐ ललिता कन्या शुक्रदा स्वाहा

३३. ॐ डाकिनी मदसालिनी स्वाहा

३४. ॐ राकिनी पापराशिनी स्वाहा

३५. ॐ लाकिनी सर्वतन्त्रेसी स्वाहा

३६. ॐ काकिनी नागनार्तिकी स्वाहा

३७. ॐ शाकिनी मित्ररूपिणी स्वाहा

३८. ॐ हाकिनी मनोहारिणी स्वाहा

३९. ॐ तारा योग रक्ता पूर्णा स्वाहा

४०. ॐ षोडशी लतिका देवी स्वाहा

४१. ॐ भुवनेश्वरी मंत्रिणी स्वाहा

४२. ॐ छिन्नमस्ता योनिवेगा स्वाहा

४३. ॐ भैरवी सत्य सुकरिणी स्वाहा

४४. ॐ धूमावती कुण्डलिनी स्वाहा

४५. ॐ बगलामुखी गुरु मूर्ति स्वाहा

४६. ॐ मातंगी कांटा युवती स्वाहा

४७. ॐ कमला शुक्ल संस्थिता स्वाहा

४८. ॐ प्रकृति ब्रह्मेन्द्री देवी स्वाहा

४९. ॐ गायत्री नित्यचित्रिणी स्वाहा

५०. ॐ मोहिनी माता योगिनी स्वाहा

५१. ॐ सरस्वती स्वर्गदेवी स्वाहा

५२. ॐ अन्नपूर्णी शिवसंगी स्वाहा

५३. ॐ नारसिंही वामदेवी स्वाहा

५४. ॐ गंगा योनि स्वरूपिणी स्वाहा

५५. ॐ अपराजिता समाप्तिदा स्वाहा

५६. ॐ चामुंडा परि अंगनाथा स्वाहा

५७. ॐ वाराही सत्येकाकिनी स्वाहा

५८. ॐ कौमारी क्रिया शक्तिनि स्वाहा

५९. ॐ इन्द्राणी मुक्ति नियन्त्रिणी स्वाहा

६०. ॐ ब्रह्माणी आनन्दा मूर्ती स्वाहा

६१. ॐ वैष्णवी सत्य रूपिणी स्वाहा

६२. ॐ माहेश्वरी पराशक्ति स्वाहा

६३. ॐ लक्ष्मी मनोरमायोनि स्वाहा

६४. ॐ दुर्गा सच्चिदानंद स्वाहा…



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