जय महाकाल-
हनुमान मंत्र सर्व दोषो का निवारण -
... इस हनुमान मंत्र की अभीष्ट सिद्धि करके अपना , और अपने मित्र जनो का कल्याण करे। .
मंत्र -
दोष निवारण मंत्र-
“ॐ उत्तरमुखाय आदि वराहाय लं लं लं लं लं सी हं सी हं नील-कण्ठ-मूर्तये लक्ष्मणप्राणदात्रे वीरहनुमते लंकोपदहनाय सकल सम्पत्ति-कराय पुत्र-पौत्रद्यभीष्ट-कराय ॐ नमः स्वाहा ।”
विधि -
... मित्रो हनुमानजी यह एक सात्विक और तंत्र में उनका विशेष योगदान होने के कारन उन्हें उग्र देवता भी कहा जाता हैं , हनुमानजी को रूद्रावतार भी कहा जाता है। वह भगवान शिव की तरह ही अति शीघ्र प्रसन्न होनेवाले देवता हैं। .. हनुमानजी अपने भक्तों की हर इच्छा पूरी करते हैं।।।। यूं तो हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए कई तरीके हैं फिर भी कुछ विशेष तांत्रिक प्रयोगों के द्वारा उनके न केवल दर्शन किए जा सकते हैं। .. अर्थात मनचाहा वरदान भी उनसे पाया जा सकता है।...
ऐसी ही यह एक हनुमान प्रत्यक्ष दर्शन साधना हैं जिसके द्वारा हनुमानजी के दर्शन किये जा सकते हैं हैं। इस साधना को किसी भी मंदिर या गुप्त स्थान पर किया जा सकता हैं। .. या फिर किसी नदी के कि नारे एकांत स्थान या पर्वत पर स्थित मंदिर में किया जाए तो और भी अच्छा । कुल मिलाकर साधना का स्थान पूर्णत : पवित्र, शांत और शुद्ध होना चाहिए।।।। तभी यह साधना फलदायी हैं
इस मन्त्र का उपयोग महामारी, अमंगल एवं ग्रह-दोष निवारण के लिए है ।
( विशेष सुचना ) - मंत्र को बिना गुरु अनुमति के करने पर आकस्मिक संकटों का सामना करना पड सकता हैं , मंत्र को ब्लॉग से चोरी कर के कॉपी पेस्ट करनेवाला वाला जो भी होगा दण्डित अवश्य होगा ...
संपर्क - 09207 283 275
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