जय महाकाल -
 दुश्मन के तबाही का मन्त्र - Distroy Enemy
मित्रो आज कल आपने देखा होगा की हर क्षेत्र 
में दुश्मनो की कमी नहीं  हैं , चाहे वो कारोबार हो , व्यापार हो , धन दौलत
 कमाने  का मामला हो , या घर की सम्पत्ति का बटवारा हो , या प्रसिद्धि पाने
 का क्षेत्र हो , या मुल्ला मौलवी के काले इल्म  हो, या तांत्रिक , बाबाओं 
का क्षेत्र हो , सब लोग एक दुसरे को गिरा के ,आगे बढ़ने के लिए क्या क्या 
तरीके नहीं अपनाते , अपितु अंत में बात अपनी अपनी आत्म रक्षा का हैं , आज 
कल मित्र मित्रता नहीं जानता , भाई भाई नहीं जानता , बेटा बाप नहीं देखता ,
 बस जिसको देखो वो , अपने स्वार्थ के लिए दूसरे को हानि पहुंचाता  हैं , 
मित्रो आज आपको इस पोस्ट के माध्यम से दुश्मन को कैसे तबाह करना हैं उसका 
सुलेमानी मंत्र  लिख रहा हूँ , जो की अपनी आत्म रक्षा और दुश्मन के  विनाश 
के लिए हैं। .यह मंत्र बहोत ही खतरनाक और विनाशकारी हैं , दुश्मन को नेस्त नाबूत कर देता हैं , ( किसी का अहित ना करे , ये मंत्र आपके जानकारी के लिए दिया जा रहा हैं , इसकी विधि गुप्त रखी गयी हैं , ताके ब्लॉग के चोरो से सुरक्षित रखा गया हैं कॉपी पेस्ट करने वालो के किसी काम नहीं आएगा , बल्कि जो कॉपी करेगा उसका विनाश निश्चित हैं , 
विशेष -  (  इसके लिए कुछ चेतावनी हम अवश्य
 देना चाहेंगे , की इस अमल का कोई दुरूपयोग करेगा वो खुद के हानि के लिए 
खुद  जिम्मेदार होगा ) ये हमारी और से वार्निंग हैं , ये मंत्र बहोत ही तेज़
 हैं और तुरंत असर करता हैं , सावधान रहे ग़लत उपयोग करने पर सजा के हक़ दर  
आप स्वयं होंगे ,इसके लिए प्रकाशक या , पोस्ट कर्ता  ज़िम्मेदार  नहीं 
होंगे।
मंत्र -   ( या इब्लीस या अजाजील उमतारा अक्शेन अक्शेन, अहलन अहलन, महलन महलन ,हल्कन हल्कन ,अहया अशरा हया असबसो अदोनाइ अलाजा असते अलवाहा )
संपर्क  - 09207 283 275