अघोर ब्रम्हास्त्र साधना - Aghor Bramhasra

जय महाकाल -

अघोर ब्रम्हास्त्र साधना -  

अघोर ब्रम्हास्र  मंत्र - 
aghor bramhasra

अघोर ब्रम्हास्त्र साधना - Aghor Bramhasra  

Aghorasra

'   शिव अघोर ध्यान मंत्र "

महास्य माहिकर्णम्मच चंद्रसूर्याग्निलोचनं 
संदष्ट्रं तं  महाजिह्व मूध्र्व वक्त्रं  विचिन्तयेत '


शिव अघोर ब्रम्हास्त्र मंत्र -

ॐ अघोर रुपे श्रीब्रम्ही अवतर -अवतर ब्रम्हास्रं देहि में देहि स्वाहा। .. 


विधि - ब्रम्ह अस्त्र साधना  या फिर पशुपतास्त्र  एवं सिद्धि  बहोत ही जटिल प्रकार की साधना कही जाती हैं ब्रह्मांड में तीन अस्त्र सबसे बड़े माने गए  हैं।.. पहला पशुपतास्त्र।। दूसरा नारायणास्त्र। . एवं तीसरा ब्रह्मास्त्र। .. इन ..तीनों में से यदि कोई भी एक  अस्त्र मनुष्य को सिद्ध हो जाए...  तो उसके सभी कष्टों का दमन हो जाता है।... उसके समस्त कष्ट ..समाप्त हो जाते हैं। परंतु इन मंत्रो की सिद्धि प्राप्त करना इतना  सरल नहीं है।... यदि आपमें कड़ी साधना करने का साहस अथवा  धैर्य नहीं है तो ये साधना आपके लिए  बिलकुल भी नहीं है।  मित्रों। . .. किसी भी प्रकार की साधना करनेके लिए मनुष्य के भीतर साहस धैर्य और मनोबल मजबूत होना अति आवश्यक   है।.तभी आप इन साधनाओ को प्राप्त कर सकते हैं। .. इसमें कोई संदेह नहीं 



संपर्क  -    09207 283 275 




कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें