तंत्र सुलेमानी एक विशेष साधना

जय महाकाल 



 सुलेमानी तंत्र। ...... मित्रो यह एक ऐसा मंत्र संग्रह हैं जो की उत्पन्न , अपने हिन्दू तंत्र प्रणाली से ही हुआ हैं , मगर मन्त्र तंत्र जगत के महा गुरुओने  उन दिनों जिन मुस्लिम जमात के कुछ  लोगो को बिना किसी जाती भेद के शिष्य बनाया और अपने मंत्र एवं तंत्र जगत से अवगत कराया अर्थात उन्हें  सिद्ध बनाया  उस कार्य काल में। . फिर कुछ वर्षोंके अंतराल में जब वोह (यवन) मुस्लिम साधक ,ब्रम्ह लीन हुए तो पीर के नाम से संबोधित हुए ,  उनकी मजार बन गयी , वह सूफी पीर कहलाने लगे , अपने देश में ऐसे अनेक सिद्ध पीरों की मजारे हैं जो इल्मो की दुनिया के बादशाह माने जाते हैं , गोरक्षनाथजी मुहम्मद पीर , मत्सेन्द्रनाथजी  मेमंदपीर गोगापीर ,गरीबनवाज़ पीर , इत्यादि  के नाम से जाने जाते हैं। .....    कामरु कामाक्षा में  ( इस्माइल जोगी नामक सिद्ध तांत्रिक हुए )वे  स्वयं सिद्ध मच्छिन्द्रनाथ के  शिस्य थे  के आज भी वहां   जिनके नाम से तंत्र मंत्र चलते हैं। .काले इल्म , की दुनिया से निकले हुए कुछ मंत्रो का खुलासा यहाँ हम  करेंगे जो की सुलेमानी अरबी  जुबान में हैं ,यह इल्म  बहोत ही तेज़ तर्रार असर करते है.. बशर्ते कुछ नियम उसूलों का पाबंद होना पड़ता हैं। अगर आपने  ये कर लिए समझो ,  फिर आप इल्म की दुनिया में  हुकूमत करने में माहिर हो गए समझो   इसमें कोई शक नहीं।  .... 











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