जय महाकाल -
सुलेमानी हाज़िरात सिद्धि -
जय महाकाल मित्रो। .. आज आपको इस पोस्ट में हाज़िरात सिद्धि के बारे में बताएँगे। . बहोत से साधको को पता भी नहीं होगा। . की हाज़िरात क्या होता हैं। .. और कैसे होता हैं। चलिए बता देते हैं आप को .. दरसल हाज़िरात का प्रयोग। .ज्यादातर मुस्लिम साधना में किया जाता हैं .. इस साधना में ७ साल या १२ साल के बच्चे के ऊपर एक विशेष शक्ति हाजिर की जाती हैं। . हैं और उस शक्ति के माध्यम से भूत भविष्य का ज्ञान का पता लगाया जा सकता हैं। . अक्सर मुस्लिम तांत्रिक।।। इस क्रिया को प्रयोग में लाते हैं। .. और अपना उद्देश्य पता कर उसका हल ढूंढ लेते हैं। . .. वैसे तो हाज़िरात के सेंकडो प्रयोग और मंत्र भी हैं। .. यहाँ आपको एक प्रयोग बताएँगे जिससे आप आसानी से हाज़िरात देख सकते हैं। ..
Haajrat siddhi |
प्रयोग विधि इस प्रकार हैं -
जिस दिन मंगलवार को पर्णिमा पड़े उस दिन सियाह सांप की केचुली , संग ऐ मकतानिस ,और सफ़ेद कांच। .इन तीनो वस्तुओं को खरल में बहोत अच्छे से आंटे जैसा महीन पीसलो जो की सुरमे जैसा बन जाए फिर उसमे असली चमेली का सिरका मिला ले ( केमिकल का नहीं ) नहीं तो काम नहीं करेगा इस तरह मिला ले की मरहम जैसा बन जाये। . अब इस मरहम को जब रात को मस्जिद में की आखरी नमाज ख़तम हो। .तब ५ मिनट बाद दरूद शरीफ ऐ इखलास पढ़ लें। . और उस मरहम को अपने अंगूठे के नाखून पर थोडासा लगा कर जो भी तुम्हारा मकसद हो उसका ध्यान करे। . और टकटकी लगा कर उस नाखून में देखते रहे। .. कुछ समय बाद आपको आपका जवाब आईने की तरह साफ़ साफ़ नजर आएगा
विशेष ध्यान - कोई भी साधना बिना गुरु निर्देश के ना करे
|| जय महाकाल ||
संपर्क - + 91 9207 283 275
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