लक्ष्मी बंधन की काट

जय महाकाल -



लक्ष्मी बंधन की काट 



मित्रो अक्सर ऐसे देखा गया हैं। . के बहोत मेहनत करने के बावजूद भी धन का संचय नहीं हो  पाता |  अच्छा व्यापार चलने के बावजूद भी धन इकठ्ठा नहीं होता। .. लक्ष्मी आने के बजाय। . जाने लग जाती हैं। ... ऐसा दिखयी देता हैं। . जैसे मनो किसी ने लक्ष्मी को बंदिश में बांध दिया हैं। .. मित्रों अगर आपको ऐसा प्रतीत होता हो। .. तो आप निम्न प्रकार की साधना कर लक्ष्मी को बंधन मुक्त करने का प्रयास कर सकते हो। .. 
https://mantraparalaukik.blogspot.in/
लक्ष्मी बंधन की काट 
विधि -
सर्व प्रथम शुक्ल पक्ष के अष्टमी के रात्रि  में   शुचिर्भूत हो कर  अपने पूजा स्थान पर एक बाजोट लगाए उस  पर गेरुआ वस्र बिछा कर  सिद्ध किया हुआ काली विग्रह की स्थापना करे। .. अपने समक्ष देसी गाय के घी का दिया जलाये। .. सुगन्धित अगरबत्ती धुप जलाये। .. और वातावरण शुद्धि कर ले। .. 


बाजोट के चारो और  उड़द की एक एक ढेरियां बना कर रख दे उन ढेरियों पर एक - एक लघु नारियल भी स्थापित करे। . और चौकी के चारों और। .. चावल और उड़द की ढेरियां बना कर उन पर प्रत्येकी  ३-३ काली हल्दी की गांठे , और २ -२  असली गोमती चक्र रखे। . 
काली विग्रह के सामने  ३ मुठ्ठी अक्षत एवं सवा मुठ्ठी उड़द की ढेरी रखे। .. चावल वाली ढेरी पर सियार सिंगी का जोड़ा।, और उड़द की  ढेरी पर हथ्थाजोड़ि की स्थापना करे। ..| सब वस्तुओं का ठीक से आयोजन कर ने के पश्चात्  गुरु ,गणेश , अपने इष्ट का ध्यान कर  साधना को शुरू करे। . शुरू करने से पहले साधना सफलता की कामना करे - पूजन में खीर का भोग अर्पित करे। .... अगर हो सके तो चन्दन की लकड़ी की धुनि का प्रयोग करे। .. और उक्त मंत्र का जाप आरम्भ करे 

मंत्र - 
" ॐ श्रीं ह्रीं क्रीं फट स्वाहा। ॐ किली किली स्वाहा। "

उक्त मन्त्र का २१ दिन तक जाप करे नित्य ७ माला का जाप करना हैं बिना नागा किये। .. शुद्धि पूर्वक साधना करनी हैं। ..साधना के  अंतिम दिन हवन करे और खीर का भोग लगाए। .. साधना  समाप्ति के पश्चात्  उस पूजन सामग्री में से। . सियार सिंगी ,हथ्था जोड़ी , काली हल्दी , और प्रत्येक धेरी में से एक एक गोमती चक्र को निकाल कर एक चांदी के डिब्बी में भर कर उसमे अच्छा खासा सिन्दूर भर कर उसे तिजोरी या गल्ले में वोही लाल वस्र बिछा कर उसमे कुछ रूपये रख कर पोटली में बांध कर रख दे। .. और बाकी बची सामग्री लघु नारियल के साथ काले कपडे में बाँध कर। .. अपने दुकान या घर की तिजोरी से ३१ बार उल्टा घुमा कर उतार ले । और  .. बहते नदी में प्रवाहित कर दे। .. 

विशेष ध्यान - 
( साधना में बताई गयी सामग्री अगर कोई साधक प्राप्त करना चाहे तो साधक को उपलब्ध करा दी  जाएगी निम्न लिखे नंबर पर संपर्क करे। ...  धन्यवाद )


ई-मेल - gurushiromani23@gmail.com
संपर्क  -    09207 283 275 / 098464 18100