|| जय महाकाल ||
आपत्तिनिवारणहेतु शिवसूत्र - मंत्र
Akhand Shiv Sadhna
मित्रो जय महाकाल व्यक्ति का जीवन ही क्या जिसमे आपत्ति न आती हो ,अकस्मात् संकट ना आते हो चाहे वोह आधी व्याधि क्यों न हो , या कोई नकारात्मक शक्ति के चपेट में आगया हो , कोई दुष्ट बाधा सत्ता रही हो या कोई शत्रु परेशां कर रहा हो , या कोई साधक दृष्ट ग्रहों से पीड़ित हो , इन सब समस्या का सटीक हल हैं शिव की भक्ति और उनका जाप , अगर आप के मन में आपके इष्ट के प्रति सच्ची भक्ति हैं तब उनको पुकारने पर तुरंत अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देते हैं बस आपका विश्वास अटूट होना चाहिए चाहे वोह इष्ट हो , या इष्ट का कोई मंत्र हो वोह तब प्रभाव दिखाता हैं जब आपका यकीं पक्का हो तब मंत्र तुरंत काम करते हैं जब भी जीवन में कोई संकट आपत्ति आ धमकें, उस
समय भगवन शिव के डमरू से प्राप्त १४ सूत्रों को अर्थात् ‘शिवसूत्र’ मंत्र
को एक श्वास मे बोलने का अभ्यास करके इसका एक माला (१०८ बार) जप प्रतिदिन
करें| कैसा भी कठिन कार्य हो, इससे शीघ्र सिद्धि प्राप्त होती है|
‘शिवसूत्र’ मंत्र इस प्रकार है-
-शिवसूत्र मंत्र-
अइउण, ॠलृक्, एओड़्, ऐऔच्, हयवरट्, लण्, ञमड़णनम्, झभञ्, घढधश्, जबगडदश्, खफछठथ, चटतव्, कपय्, शषसर्, हल्|’
इसी मंत्र के अन्य प्रयोग निम्नानुसार है-
२. जिस व्यक्ति में प्रेत का आवेश आया हो, उस पर उपरोक्त सूत्रों से अभिमंत्रित जल के छीटें मरने से आवेश छूट जाता है तथा इन्हीं सूत्रों को भोजपत्र पर लिख कर गले मे बाँधने से अथवा बाजू पर बाँधने से प्रेतबाधा दूर हो जाती है|
३. ज्वर, तिजारी (ठंड लगकर तीसरे दिन आनेवाला ज्वर), चौथिया (हर चौथे दिन आनेवाला ज्वर) आदि मे इन सूत्रों द्वारा झाड़ने-फूँकने से ज्वर उतर जाता है| अथवा इन्हें पीपल के एक बड़े पते पर लिखकर गले या हाथ पर बाँधने से भी ज्वर उतर जाते हैं|
४. मिर्गी(अपस्मार) होने पर भी इन सूत्रों से झाड़ना चाहिए तथा अभिमंत्रित जल प्रतिदिन पिलाना चाहिए|..
अगर कोई ग्रसित व्यक्ति इस शिव सूत्र का जाप करता हो तो उसे अवश्य लाभ होगा शब्दों का उच्चारण स्पष्ट होना आवश्यक हैं अन्यथा
लाभ की अपेक्षा काम रहेगी। जो व्यक्ति शिव उपासक हैं नित्य शिव भक्ति में हैं उन साधको को शीघ्र लाभ मिलने की अपेक्षा बढ़ जाएगी
नित्य नियमों का अवश्य पालन करें अपने वाणी पर नियंत्रण रखे किसी को बुरा न कहे न बुरा सुने शिव शिव का जाप रटते रहे भगवान भोलेनाथ की कृपा से सरे अरिष्ट बाधा समाप्त हो जायेंगे।
संपर्क गुरूजी - +91 9207283275
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