जय महाकाल -
संकट से रक्षा का शाबर हनुमान मन्त्र-
मन्त्रः-
“-- हनुमान हठीला लौंग की काट, बजरंग का टीला ! लावो सुपारी । सवा सौ मन का भोगरा, उठाए बड़ा पहलवान । आस कीलूँ – पास कीलूँ, कीलूँ अपनी काया । जागता मसान कीलूँ, बैठूँ जिसकी छाया । जो मुझ पर चोट-चपट करें, तू उस पर बगरंग ! सिला चला । ना चलावे, तो अञ्जनी मा की चीर फाड़ लंगोट करें, दूध पिया हराम करें । माता सीता की दूहाई, भगवान् राम की दुहाई । मेरे गुरु की दुहाई ।--”
विधिः-
हनुमान् जी के प्रति समर्पणऔर श्रद्धा का भाव रखते हुए शुभ मंगलवार से उक्त मन्त्र का आरम्भ कर नित्य एक माला जप ९० दिन तक निश्चित समय पे करे । पञ्चोपचारों से हनुमान् जी की पूजा करे धुप दीप नेवैद्य इत्यादि से । इस मन्त्र में जो कार्य वर्णित हैं उनकी सिद्धि अवश्य होगी एवं शत्रुओं का नाश होगा तथा परिवार की संकटों से रक्षा होगी ।,,,,,
संपर्क - 09207 283 275
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